काठमाडौं - देशभर अस्थायी शिक्षकको संख्या २६ हजार १ सय १४ रहेको छ । नयाँ शिक्षा ऐनले अस्थायी शिक्षक ब्यवस्थापनको नीति अख्तियार गरेसंगै शिक्षा विभागले तथ्याङ्क संकलन गरेर अद्यावधिक गरेको हो ।
एडुखबरलाई प्राप्त विभागको पछिल्लो तथ्याङ्क अनुसार सबै भन्दा धेरै प्राथमिक विद्यालय तहमा मात्रै १८ हजार ६ सय ८२ अस्थायी शिक्षक छन् । यी मध्ये सबै भन्दा धरै अस्थायी शिक्षकको नियुक्ति २०४९ साल पुस २० गते देखि ०६१ साल साउन २१ गते सम्म भएको हो ।
अस्थायी शिक्षक ब्यवस्थापन तीन तहका आधारमा गर्ने ऐनले गरेको ब्यवस्था अनुसार विभागले यो अवधि सहित २०४९ साल भन्दा अघि र २०६१ साल देखि संविधान जारी हुनु भन्दा अघिल्लो दिन अर्थात् २०७२ असोज २ गते सम्म नियुक्त भएका शिक्षकको लगत संकलन गरी अद्यावधिक गरेको हो ।
जस अनुसार निम्न माध्यमिक तहमा ४ हजार ९ र माध्यमिक तहमा ३ हजार ४ सय २३ अस्थायी शिक्षक रहेका छन् ।
विकास क्षेत्रका आधारमा हेर्ने हो भने सबै भन्दा धेरै पश्चिमाञ्चलमा ७ हजार २ सय १२, मध्यमाञ्चलमा ६ हजार ८ सय ६२, पूर्वाञ्चलमा ६ हजार १ सय ८९, मध्यमाञ्चलमा ३ हजार ६ सय १० र सुदुरमा २ हजार २ सय ४१ जना अस्थायी शिक्षक रहेको उक्त विवरणमा उल्लेख छ ।
प्रावि तहमा सबै भन्दा धेरै पश्चिमाञ्चल क्षेत्रमा ५ हजार ६२ अस्थायी शिक्षक छन् । यस्तै मध्यमाञ्चलमा ४ हजार ८ सय ७३ पूर्वाञ्चलमा ४ हजार ५ सय १, मध्यपश्चिममा २ हजार ६ सय ६५ र सुदुरमा १ हजार ५ सय ८१ जना अस्थायी शिक्षक प्राथमिक तहमा रहेका छन् ।
यसैगरी निमावि तहमा सबै भन्दा धेरै मध्यमाञ्चलमा १ हजार ७४, पश्चिमाञ्चलमा १ हजार ५९, पूर्वाञ्चलमा ९ सय ७५, मध्यपश्चिममा ५ सय ३१ र सुदुर पश्चिममा ३ सय ७० अस्थायी शिक्षक रहेका छन् ।
माविमा भने पश्चिमाञ्चलमै सबै भन्दा धेरै १ हजार ९१ जना अस्थायी शिक्षक रहेका छन् । यसैगरी मध्यमाञ्चलमा ९ सय १५, पूर्वाञ्चलमा ७ सय १३, मध्यपश्चिममा ४ सय १४ र सुदुरमा २ सय ९० अस्थायी शिक्षक रहेको विवरण विभागले अद्यावधिक गरेको छ ।
जिल्लागत रुपमा हेर्ने हो भने सबै भन्दा धेरै अस्थायी शिक्षक भएको जिल्ला तनहुँ भएको छ । तनहुँमा प्राविमा मात्रै ६ सय १२ जना अस्थायी शक्षिक छन् । यस्तै प्राविमा सबै भन्दा धेरै अस्थायी शिक्षक भएका पाँच जिल्लामा तनहुँ सहित मोरङ् ५ सय ४९, स्याङ्जा ५ सय ३७, चितवन ५ सय र कास्कि ४ सय ९२ जना छन् ।
यसैगरी निमाविमा धेरै अस्थायी शिक्षक भएका पहिलो पाँच जिल्ला मध्ये काठमाडौं १ सय ९६, स्याङ्जा १ सय १६, तनहुँ १ सय १२ मोरङ् १ सय ४ र कास्कि १ सय ३ जना छन् । माविमा काठमाडौंमा ३ सय ९६, काभ्रे ३ सय ६५, खोटाङ् र भोजपुर ३ सय ६४ ईलाम ३ सय १५ र पाँचथरमा ३ सय १० जना अस्थायी शक्षिक रहेका छन् ।
कुन जिल्लामा कति अस्थायी शिक्षक ?
जिल्ला | प्रावि | निमावि | मावि |
कञ्चनपुर | १२९ | २९ | २२ |
डोटी | २२६ | ४१ | ३३ |
कैलाली | १६७ | ५३ | ४३ |
बाजुरा | १०० | ३६ | १६ |
अछाम | २०८ | ५८ | ३४ |
दार्चुला | १५३ | ३० | ३१ |
बैतडी | २७६ | ७२ | ५९ |
डडेल्धुरा | १६६ | ५० | २४ |
हुम्ला | ९८ | १९ | ६ |
दैलेख | २४९ | २४ | ३५ |
बाँके | १४० | ५४ | ४१ |
डोल्पा | १०३ | १४ | १० |
रुकुम | १९३ | ३६ | २९ |
मुगु | ९३ | १८ | १९ |
सुर्खेत | ३३९ | ६७ | ४३ |
जुम्ला | १४९ | ४८ | २९ |
दाङ् | २७२ | ७० | ५७ |
जाजरकोट | २३० | ३२ | २२ |
रोल्पा | ३०१ | ४१ | २२ |
प्यूठान | १९० | ४१ | ४० |
सल्यान | २६५ | ३१ | ३७ |
बर्दिया | १७३ | ४३ | ४९ |
कालिकोट | १३५ | २४ | १२ |
रुपन्देही | २६५ | ५७ | ३४ |
पर्वत | ३२३ | ७९ | ६२ |
कास्कि | ४९२ | १०३ | १०६ |
कपिलबस्तु | १६७ | २३ | २३ |
तनहुँ | ६१२ | ११२ | ९० |
म्याग्दी | २६० | ५३ | ४१ |
गुल्मी | ३७३ | ७६ | ५५ |
गोरखा | ४५४ | ८८ | ६८ |
अर्घाखाँची | २५१ | ४० | २५ |
मुस्ताङ् | ६७ | १३ | १० |
स्याङ्जा | ५३७ | ११६ | ५९ |
मनाङ् | ३९ | १२ | ३ |
नवलपरासी | ३२९ | ४४ | ३७ |
पाल्पा | ४५४ | ८६ | ७५ |
बाग्लुङ् | ६१ | ६८ | ३६६ |
लमजुङ् | ३७८ | ८९ | ६३ |
दोलखा | २४० | ३४ | ३३ |
रामेछाप | २१६ | ५७ | ३९ |
सिन्धुली | २०७ | ४८ | ३८ |
धनुषा | २३२ | ४१ | ६८ |
महोत्तरी | २२६ | ३४ | ३६ |
सर्लाही | २३२ | ६४ | ३८ |
रौतहट | १७२ | ३५ | ५१ |
बारा | १३९ | ५० | ३३ |
पर्सा | २६६ | ३७ | ३० |
मकवानपुर | ३०३ | ४७ | ४५ |
चितवन | ५०० | ८१ | ५८ |
रसुवा | ९८ | १२ | ७ |
धादिङ् | ३७५ | ६० | ३९ |
नुवाकोट | ३१३ | ५४ | ४७ |
सिन्धुपाल्चोक | ३०७ | ५० | ३६ |
काभ्रे | ३६५ | ७० | ८८ |
भक्तपुर | १३६ | ६१ | ३८ |
ललितपुर | १५० | ४३ | २३ |
काठमाडौं | ३९६ | १९६ | १६८ |
उदयपुर | १९५ | ४० | २७ |
ओखलढुङ्गा | २२२ | ५२ | २२ |
सिराह | १६७ | २० | २७ |
खोटाङ् | ९० | ५० | |
सोलु | २१६ | ४५ | ५० |
ताप्लेजुङ | २४६ | ७३ | ३९ |
धनकुटा | २६६ | ४६ | ४६ |
सप्तरी | १३४ | २६ | ४२ |
तेह्रथुम | १७१ | ६० | ४२ |
झापा | ४८६ | ९७ | ८५ |
सुनसरी | २१५ | ८१ | ५२ |
पाँचथर | ३१० | ६१ | ३४ |
ईलाम | ३१५ | ४८ | ३४ |
संखुवासभा | २८१ | ६१ | ४८ |
मोरङ | ५४९ | १०४ | ५८ |
भोजपुर | ३६४ | ७१ | ५७ |
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